आईपीएल 2025: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 2016 के बाद पहली बार आईपीएल फाइनल के लिए क्वालीफाई किया

प्लेऑफ़ में कहर बरपाया: RCB ने 15 ओवर में पंजाब को किया ऑल आउट

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 29 तारीख को न्यू चंडीगढ़ में क्वालीफायर 1 के मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ आठ विकेट से आसान जीत हासिल करने के बाद अपने चौथे इंडियन प्रीमियर लीग फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और 2016 के बाद से यह उसका पहला फाइनल है उस समय के कप्तान विराट कोहली ने टीम को फाइनल में पहुंचाया था और अब रजत पाटीदार ने अपनी कप्तानी में टीम फाइनल में जगह बनाने में टीम का नेतृत्व किया।

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (RCB) ने एक ऐसा इतिहास रचा है जो इस फ्रेंचाइज़ी की नई पहचान बना सकता है। लंबे समय से “कभी चैंपियन नहीं” का टैग झेलती आई इस टीम ने इस सीज़न में ऐसा प्रदर्शन किया कि आलोचक भी तारीफ करने पर मजबूर हो गए।

आइए जानते है कि RCB ने कौन कौन से कारनामे करके आलोचकों की बोलती बंद की है 

1.IPL प्लेऑफ का सबसे तेज चेज(10 ओवर)

इतिहास तब रच दिया गया जब RCB ने आईपीएल प्लेऑफ़ में महज़ 10 ओवर में लक्ष्य को हासिल कर लिया जो अब तक का सबसे तेज़ रनचेज़ है। यह उपलब्धि बल्लेबाज़ों की आक्रामकता और आत्मविश्वास का प्रमाण है। RCB ने 2 विकेट खोकर 10 ओवर 106 रन बनाकर IPL फाइनल में जगह बना ली है अब देखना दिलचस्प होगा क्या RCB 18 साल बाद IPL ट्रॉफी उठा पाएगी?

2.सभी अवे मैच जीतने वाली पहली टीम

RCB ने इस सीज़न में वो कर दिखाया जो आज तक कोई भी टीम नहीं कर सकी थी सभी बाहर के मैदान पर मुकाबले जीतकर इतिहास रच दिया। विरोधी टीमों के घरेलू मैदान पर दबाव झेलकर लगातार जीत हासिल करना उनकी मानसिक मजबूती और संतुलित टीम संयोजन को दर्शाता है।

2. चेपॉक में CSK के खिलाफ सबसे बड़ी जीत (50 रन से)

चेपॉक, जिसे “CSK का किला” कहा जाता है, वहाँ RCB ने एमएस धोनी की टीम को 50 रन से हराकर इतिहास रच दिया। ये न केवल चेपॉक में CSK के खिलाफ उनकी सबसे बड़ी जीत थी बल्कि यह भी दिखाता है कि RCB ने कठिन परिस्थितियों को भी मात देने की ताक़त हासिल कर ली है।

 

3. एक सीज़न में 10 खिलाड़ियों का 50+ रन बनाना

RCB की बल्लेबाज़ी इस सीज़न में बेहद संतुलित रही। पहली बार किसी भी टीम की ओर से 10 अलग-अलग खिलाड़ियों ने एक ही सीज़न में 50 से अधिक रन बनाए। इसका अर्थ है कि टीम किसी एक बल्लेबाज़ पर निर्भर नहीं थी बल्कि हर खिलाड़ी ने ज़िम्मेदारी निभाई और योगदान दिया।

4. 9 अलग-अलग खिलाड़ियों को M.O.M अवार्ड मिला

RCB के लिए यह सीज़न सिर्फ़ टीमवर्क का उदाहरण नहीं बल्कि व्यक्तिगत योगदानों का भी संगम रहा। 9 अलग-अलग खिलाड़ियों को "मैन ऑफ द मैच" अवार्ड मिला जो दिखाता है कि टीम में हर खिलाड़ी मैच जिताने की क्षमता रखता है।

5. प्लेऑफ़ में 15 ओवर के अंदर विपक्षी टीम ऑल आउट

आईपीएल प्लेऑफ़ में ऐसा पहली बार हुआ जब किसी टीम ने 15 ओवर के अंदर विपक्षी टीम को ऑल आउट कर दिया। RCB की गेंदबाज़ी इकाई ने अपनी धारदार गेंदों और रणनीति से विरोधियों को पूरी तरह पस्त कर दिया। जिसमें जॉस हेजलवुड और सुयश शर्मा ने क्रमशः 3-3 विकेट लिए,यश दयाल ने 2 और भुवनेश्नर कुमार और रोमारियो शेफर्ड ने क्रमशः 1-1 विकेट लेकर पंजाब को 15 ओवर के अंदर ही ऑल आउट कर दिया।