भुवनेश्वर कुमार से धोनी तक: जब बल्लेबाज नाबाद रहे लेकिन जीत नहीं दिला सके

धोनी भी इस सूची में! 10 बार नाबाद रहते हुए हार का सामना किया

IPL में बल्लेबाजों और गेंदबाजों का हमेशा से बोल बाला रहता है लेकिन कुछ आंकड़े ऐसे होते हैं जो खेल के रुख को बदल देते हैं। ऐसा ही एक दिलचस्प आंकड़ा है—असफल लक्ष्य का पीछा करते हुए सबसे ज़्यादा बार नाबाद रहने वाले खिलाड़ियों की सूची जिसमें बल्लेबाज टीम को जीत भी न दिला सके और नाबाद भी रहे। इस सूची में अधिकतर नाम गेंदबाजों के हैं, लेकिन कुछ दिग्गज ऑलराउंडर और बल्लेबाज भी इसमें शामिल हैं।

आइए जानते हैं कि वह कौन से खिलाड़ी हैं जिन्होंने नाबाद रहने के बाद भी अपने टीम को जीत न दिल सके।

भुवनेश्वर कुमार (17 बार)

भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार इस सूची में सबसे ऊपर हैं। भले ही वे मुख्य रूप से एक गेंदबाज हैं, लेकिन कई मौकों पर उन्होंने निचले क्रम में टीम को जीत दिलाने के लिए बेहद प्रयास किया है। उनकी 17 बार नाबाद रहने की संख्या दर्शाती है कि वे कई बार लक्ष्य का पीछा करने में असफल टीम का हिस्सा रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई गेंदबाज आउट न कर सका।

संदीप शर्मा और उमेश यादव (14-14 बार)

संदीप शर्मा और उमेश यादव, दोनों ही तेज गेंदबाज हैं और अपनी टीमों के लिए निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हैं। संदीप शर्मा अपनी स्विंग गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं, जबकि उमेश यादव अपनी गति के लिए मशहूर हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने 14 बार ऐसी परिस्थितियों का सामना किया है, जहां वे टीम की हार के बावजूद नाबाद रहे।

रविंद्र जडेजा (13 बार)

इस सूची में शामिल होने वाले सबसे बड़े नामों में से एक हैं रविंद्र जडेजा। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले इस ऑलराउंडर ने कई मौकों पर मैच को फिनिश करने की कोशिश की। लेकिन टीम लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी। उनकी 13 बार नाबाद रहने की संख्या बताती है कि वे आखिरी दम तक लड़ने वाले खिलाड़ी हैं।

अमित मिश्रा (13 बार)

अनुभवी स्पिनर अमित मिश्रा भी इस सूची में शामिल हैं। अमित मिश्रा ने आईपीएल में कई टीमों के लिए योगदान किया है और मुख्य रूप से अपनी लेग स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। उनकी 13 बार नाबाद रहने की स्थिति यह दर्शाती है कि वे आमतौर पर निचले क्रम में बल्लेबाजी करने के बावजूद विकेट बचाकर खड़े रहते हैं।

कुलदीप यादव और इशांत शर्मा (12-12 बार)

दोनों ही खिलाड़ी भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं। कुलदीप यादव एक चाइनामैन स्पिनर हैं जबकि इशांत शर्मा तेज गेंदबाज हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने 12-12 बार लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद रहने के बावजूद अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।

एमएस धोनी (10 बार)

यह सूची तब और दिलचस्प हो जाती है जब इसमें महेंद्र सिंह धोनी का नाम आता है। धोनी को क्रिकेट का सबसे बेहतरीन फिनिशर माना जाता है, लेकिन 10 बार ऐसी स्थिति रही जब वे लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद रहे लेकिन उनकी टीम हार गई।

इस सूची से साफ पता चलता है कि लक्ष्य का पीछा करना हमेशा आसान नहीं होता। कई बार गेंदबाजों को अंतिम ओवरों में बल्लेबाजी करनी पड़ती है, और वे अंत तक टिके रहने के बावजूद टीम को जीत नहीं दिला पाते। वहीं, कुछ बेहतरीन बल्लेबाज भी ऐसे रहे हैं जो आखिरी तक जूझते रहे लेकिन जीत नहीं दिला सके।