कभी भारत और पाकिस्तान की घरेलु टीमें में आपस में भिड़ती थी इसके लिए अलग से टूर्नामेंट होता था

कभी समय हुआ करता था जब भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ खेलते ही थे बल्कि दोनों देशों की घरेलु टीमें में आपस में भिड़ती थी इसके लिए अलग से एक मैच का टूर्नामेंट होता था। 

भले ही आज भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट नहीं हो रहा है। दोनों टीमें ICC द्वारा आयोजित किये गए टूर्नामेंट में ही आपस में भिड़ती है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड बहुत चाहता है कि भारत, पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेले लेकिन भारत सरकार पहले सीमा सुरक्षा पर शांति होने के बाद ही क्रिकेट खेलने को कहती है। 

कभी समय हुआ करता था जब भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के खिलाफ खेलते ही थे बल्कि दोनों देशों की घरेलु टीमें में आपस में भिड़ती थी इसके लिए अलग से एक मैच का टूर्नामेंट होता था। 

इस टूर्नामेंट का नाम 'मोहम्मद निसार ट्रॉफी' था। इसके केवल 3 सीजन हुए। 2006 में शुरू हुआ यह टूर्नामेंट 2008 तक ही चल पाया। इस टूर्नामेंट में दोनों देशो की घरेलु क्रिकेट टूर्नामेंट की विजेता टीमें आपस में भिड़ती थी। भारतीय घरेलु क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी जीतने वाली टीम पाकिस्तान के घरेलु टूर्नामेंट 'कायदे-ए-आजम' ट्रॉफी जीतने वाली टीम से भिड़ती थी। 

यह टूर्नामेंट साल में एक बार होता था। एक साल भारत मेजबानी करता था तो एक साल पाकिस्तान। इस टूर्नामेंट में सिर्फ एक मैच होता था। यह सितम्बर के महीने में खेला जाता था। यह 4 दिन का मैच होता था। 

इस टूर्नामेंट में खेल चुके हैं कई बड़े खिलाड़ी 

इस टूर्नामेंट में दोनों देशों के कई बड़े खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।  इसमें पाकिस्तान के मोहम्मद हाफ़िज़ (सी), उमर अकमल, मिस्बाह, अदनान अकमल, असद अली और दिल्ली के आकाश चोपड़ा, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, आशीष नेहरा, इशांत शर्मा, अंजिक्या रहाणे, वसीम जाफर।

कौन थे मोहम्मद निसार?

Mohammad Nissar

मोहम्मद निसार एक भारतीय तेज गेंदबाज़ थे। उन्होंने भारत की तरफ से पहली गेंद अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट में फेंकी थी। भारत -पाकिस्तान का बंटवारा होने के बाद मोहम्मद निसार पाकिस्तान चले गए। दोनों देशों के बीच संबंधों को मधुर बनाये रखने के लिए इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी। यह पहला टूर्नामेंट नहीं था जो मोहम्मद निसार के नाम पर शुरू हुआ। इससे पहले 1963-68 के बीच 'मोहम्मद निसार ट्रॉफी' के नाम से पाकिस्तान में एक अंतर-रेलवे टूर्नामेंट खेला जाता था। 

अबतक हुए हुए हैं सिर्फ 3 सीजन 

इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2006 में हुई। तब की रणजी चैंपियन उत्तर प्रदेश ने भारत  के धर्मशाला के HPCA Stadium में खेले  गए मैच में पाकिस्तान की कायदे-ए -आजम चैम्पियन टीम सियालकोट को 316 रन से हराया। 

Kotla

2007 में यह टूर्नामेंट पाकिस्तान के कराची शहर के नेशनल स्टेडियम में खेला गया। इसमें मुंबई और कराची अर्बन का सामना हुआ। जिसमें मुंबई को पहली पारी की बढ़त के आधार पर जीत हासिल हुई। इसी मैच में आंजिक्य रहाणे ने फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और शतकीय पारी खेली थी। 

2008 में यह टूर्नामेंट दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में आयोजित हुआ। यहाँ पर पाकिस्तान की घरेलू टूर्नामेंट चैम्पियन Sui Northern Gas Pipelines का सामना रणजी चैम्पियन दिल्ली से हुआ। जिसमे पाकिस्तान की टीम ने दिल्ली को पहली पारी के आधार पर हराया। इस मैच में विराट कोहली मैंन ऑफ़ द मैच बने थे। 

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क्यों बंद हुआ टूर्नामेंट?

2008 के सितम्बर महीने में यह मैच ख़त्म होने के बाद नवंबर में मुंबई में आतंकवादी हमला हुआ। इस आतंकवादी गतिविधि में पाकिस्तान का नाम आया। तब से लेकर अबतक यह टूर्नामेंट फिर शुरू नहीं हो पाया। यह ट्रॉफी अभी भी पाकिस्तान में है क्योंकि इसके आगे कोई संस्करण नहीं खेला गया है, लेकिन बीसीसीआई और पीसीबी के बीच संबंध ठीक होने के बाद उन्हें हर साल इस श्रृंखला को जारी रखने के लिए निश्चित रूप से देखना चाहिए।