भारतीय क्रिकेट में टेस्ट मैचों का इतिहास कई महान बल्लेबाज़ों और कप्तानों से भरा है। इनमें कुछ बल्लेबाज़ ऐसे रहे हैं, जिन्होंने अपने कप्तान के अंदर खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने बल्ले से कई ऐतिहासिक पारियां खेलीं। और अपने टीम के लिए अहम योगदान दिया है
आइए जानते हैं कि वह कौन से खिलाड़ी हैं जिन्होंने किसी एक कप्तान के अंदर सबसे ज्यादा रन बनाए हैं-
1. विराट कोहली (विराट कोहली खुद की कप्तानी- 5864 रन, 54.80 औसत)
विराट कोहली भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक है और खुद कप्तानी में भी एक बेहतरीन बल्लेबाज़ रहे हैं। अपने ही नेतृत्व में उन्होंने 54.80 की शानदार औसत से 5864 रन बनाए जो किसी एक कप्तान के नेतृत्व में किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ द्वारा सबसे अधिक रन है। जितना विराट कोहली सिर्फ अपनी कप्तानी में रन बनाए हैं उतना तो कई बल्लेबाज के करियर में रन होते हैं
2. सौरव गांगुली (राहुल द्रविड़ की कप्तानी में- 4917 रन, 73.31 औसत)
'दादा' के नाम से मशहूर सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में 73.31 की बेमिसाल औसत से 4917 रन बनाए, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण आंकड़ा है। इनका औसत सबसे बेहतरीन रहा है राहुल द्रविड़ की कप्तानी में।
3. विराट कोहली (चेतेश्वर पुजारा के नेतृत्व में - 4310 रन, 43.97 औसत)
विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा की कप्तानी में भी 43.97 की औसत से 4310 रन बनाए, जो उनकी निरंतरता और क्लास का प्रमाण है उनका यह प्रमाण यह दर्शाता है कि कप्तानी किसी की भी हो रन तो बनाना ही है।
4. सौरव गांगुली (सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में- 3768 रन, 62.80 औसत)
सौरव गांगुली ने सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व में भी शानदार प्रदर्शन किया, 62.80 की औसत से 3768 रन बनाकर टीम के लिए कई महत्वपूर्ण पारियां खेलीं। टेस्ट में 50+ का औसत रखना एक बेहतरीन बल्लेबाज का प्रमाण है जिससे यह प्रमाण होता है कि सौरव गांगुली ने टेस्ट क्रिकेट के एक बेहतरीन बल्लेबाज थे।
5. मोहम्मद अज़हरुद्दीन (सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में - 3767 रन, 59.79 औसत)
मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने भी सचिन की कप्तानी में 59.79 की औसत से 3767 रन बनाए, जो उनकी क्लास और प्रतिभा को दर्शाता है।अज़हरुद्दीन ने अपने पहले तीन टेस्ट मैचों में लगातार तीन शतक लगाए, जो एक बेहतरीन उपलब्धि है। उन्होंने अपने अंतिम टेस्ट मैच में भी शतक (102 रन) बनाया जो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बेंगलुरु में मार्च 2000 में खेला गया था।
1996 में कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 74 गेंदों में शतक बनाकर कपिल देव के साथ सबसे तेज़ भारतीय टेस्ट शतक का रिकॉर्ड की बराबरी की।