गांगुली से कोहली तक: आईसीसी फाइनल में भारत की टॉप पारियां

जब आईसीसी फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों ने रचा इतिहास

क्रिकेट इतिहास में आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले बेहद खास होते हैं। ये मुकाबले खिलाड़ियों के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं और टीम की विरासत को मजबूत कर सकते हैं। भारत के कई दिग्गज बल्लेबाजों ने आईसीसी फाइनल में शानदार पारियां खेलकर टीम को गौरव दिलाया है। इस लेख में हम उन भारतीय बल्लेबाजों की बात करेंगे जिन्होंने आईसीसी फाइनल में सबसे अधिक स्कोर किए हैं।

1. सौरव गांगुली – 117 रन (2000 चैंपियंस ट्रॉफी)

भारतीय क्रिकेट के सबसे आक्रामक कप्तानों में से एक, सौरव गांगुली ने 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी (तत्कालीन आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी) के फाइनल में 117 रनों की जबरदस्त पारी खेली। हालांकि भारत इस फाइनल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जीत नहीं सका, लेकिन गांगुली की यह पारी भारतीय क्रिकेट इतिहास में यादगार रही। उनकी इस शानदार पारी में चौके-छक्कों की भरमार थी, और उन्होंने टीम को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।

2. गौतम गंभीर – 97 रन (2011 वनडे वर्ल्ड कप)

2011 के वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में गौतम गंभीर की 97 रनों की पारी भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे प्रतिष्ठित पारियों में से एक मानी जाती है। श्रीलंका के खिलाफ खेले गए इस मैच में जब भारत ने जल्दी-जल्दी विकेट गंवा दिए थे, तब गंभीर ने मोर्चा संभाला और विराट कोहली के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। हालांकि वह शतक से चूक गए, लेकिन उनकी पारी भारत को जीत की ओर ले गई।

3. महेंद्र सिंह धोनी – 91 रन (2011 वनडे वर्ल्ड कप)*

"कैप्टन कूल" महेंद्र सिंह धोनी ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में 91* रनों की नाबाद पारी खेली और छक्के के साथ भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाया। यह पारी न सिर्फ उनकी कप्तानी का उत्कृष्ट उदाहरण थी, बल्कि उनकी मानसिक मजबूती को भी दर्शाती थी। धोनी की इस पारी को भारतीय क्रिकेट इतिहास की सबसे यादगार पारियों में गिना जाता है।

4. अजिंक्य रहाणे – 89 रन (2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप)

2023 की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अजिंक्य रहाणे ने 89 रनों की शानदार पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस कठिन मुकाबले में जब भारतीय बल्लेबाजी संघर्ष कर रही थी, तब रहाणे ने धैर्यपूर्वक खेलते हुए महत्वपूर्ण रन बनाए। हालांकि भारत यह फाइनल जीत नहीं सका, लेकिन रहाणे की पारी ने टीम को एक सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाने में मदद की।

5. वीरेंद्र सहवाग – 82 रन (2003 वनडे वर्ल्ड कप)

2003 के वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग ने 82 रनों की तेज-तर्रार पारी खेली। हालांकि भारत यह फाइनल हार गया, लेकिन सहवाग की पारी ने टीम को कुछ हद तक उम्मीद दी थी। सहवाग का आक्रामक अंदाज उस समय भारतीय टीम के लिए बेहद अहम था।

6. विराट कोहली – 77 रन (2014 टी20 वर्ल्ड कप)

विराट कोहली ने 2014 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 77 रनों की शानदार पारी खेली। हालांकि भारत यह मैच हार गया, लेकिन कोहली की यह पारी बेहतरीन थी और उन्होंने अकेले दम पर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाने की कोशिश की।

7. हार्दिक पांड्या – 76 रन (2017 चैंपियंस ट्रॉफी)

2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ जब भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए, तब हार्दिक पांड्या ने 76 रनों की तूफानी पारी खेली। उन्होंने छक्कों की बरसात कर दी और भारतीय फैंस के बीच एक उम्मीद जगा दी, लेकिन दुर्भाग्यवश भारत यह मुकाबला हार गया।

8. विराट कोहली – 76 रन (2024 टी20 वर्ल्ड कप)

2024 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में भी विराट कोहली ने 76 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। कोहली की यह पारी दिखाती है कि बड़े मुकाबलों में वह हमेशा भारत के लिए अहम योगदान देते हैं।

9. गौतम गंभीर – 75 रन (2007 टी20 वर्ल्ड कप)

2007 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में गौतम गंभीर ने पाकिस्तान के खिलाफ 75 रनों की बेहतरीन पारी खेली। यह भारत का पहला टी20 वर्ल्ड कप था और गंभीर की इस पारी ने टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।

आईसीसी फाइनल मुकाबलों में प्रदर्शन करना आसान नहीं होता, लेकिन इन भारतीय बल्लेबाजों ने दबाव में बेहतरीन पारियां खेलकर खुद को साबित किया है। चाहे वह गांगुली की 117 रनों की पारी हो, गंभीर की 2011 और 2007 की यादगार पारियां हों, या धोनी का ऐतिहासिक छक्का—इन सभी ने भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपनी खास जगह बनाई है।