भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 के दौरान कमाल की बल्लेबाज़ी करते हुए इतिहास रच दिया है। इस टेस्ट सीरीज में जडेजा ने अपनी बल्लेबाजी के जौहर दिखाए हैं। जहाँ इस सीरिज की शुरुआत होने से पहले टीम इंडिया में उनकी जगह को लेकर लोगों के बीच बातें हो रही थी तो वहीं अब इस सीरीज के चौथे मैच के बाद उन्हें भारत के महान टेस्ट आलराउंडर में से एक गिना जाने लगा है।
जडेजा ने एक आलराउंडर के होने नाते भी स्पेशलिस्ट बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का 23 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आइये इस रिकॉर्ड के बारे में विस्तार से जानते हैं।
दरअसल टेस्ट मैचों में नंबर 6 या उससे नीचे बल्लेबाज़ी करते हुए रविन्द्र जडेजा 400 से ज़्यादा रन बनाने वाले भारत के सिर्फ दूसरे बल्लेबाज़ बन गए हैं। इससे पहले यह कारनामा 2002 में वेस्टइंडीज के दौरे पर वीवीएस लक्ष्मण ने किया था। यानी पूरे 23 साल बाद किसी भारतीय ने दुबारा यह कारनामा किया है। ख़ास बात यह है कि यह कारनामा जडेजा ने एक आलराउंडर के रूप में किया है।
जडेजा की यह उपलब्धि वीवीएस लक्ष्मण के 2002 वाले रिकॉर्ड की तरह है। लक्ष्मण ने उस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ नंबर 6 पर बल्लेबाज़ी करते हुए 474 रन बनाए थे। लक्ष्मण अपनी स्टाइलिश बल्लेबाज़ी और मुश्किल हालात में टिककर खेलने के लिए जाने जाते थे, और जडेजा का इस रिकॉर्ड की बराबरी करना उनके बल्लेबाज़ी हुनर को दिखाता है। इस सीरीज में जडेजा के पांच 50+ स्कोर हैं।
लक्ष्मण ने भी तब वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 अर्धशतक जमाये थे। यह रिकॉर्ड इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में नंबर 6 या उससे नीचे सबसे ज़्यादा 50+ स्कोर बनाने वाले सर गैरी सोबर्स के रिकॉर्ड की भी बराबरी है।
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इंग्लैंड दौरे पर भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही इस सीरीज में कई बड़े बैटिंग रिकॉर्ड देखने को मिले है। इस सीरीज में जडेजा की बल्लेबाज़ी लगातार अच्छी रही है। वैसे तो जडेजा को आमतौर पर उनकी गेंदबाज़ी और शानदार फील्डिंग के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में खुद को एक भरोसेमंद बल्लेबाज़ के रूप में साबित कर दिया है।
उन्होंने इस बार इंग्लैंड में विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और यहां तक कि लक्ष्मण जैसे दिग्गजों से भी बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने आठ पारियों में 454 रन बनाए हैं, वह भी 100 की औसत से। इस दौरान उन्होंने एक शतक और चार अर्धशतक भी लगाए हैं।
इस सीरीज का सबसे बड़ा मोड़ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट के दौरान आया, जहां इंग्लैंड ने पहली पारी में 669 रन बनाकर भारत पर भारी दबाव बना दिया था। भारत की दूसरी पारी की शुरुआत भी बेहद खराब रही और टीम बिना खाता खोले दो विकेट गंवा चुकी थी। ऐसे मुश्किल समय में गिल और राहुल ने शानदार साझेदारी की।
इसके बाद जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने 200 से ज्यादा रनों की साझेदारी करके इंग्लैंड की कमर तोड़ दी। इस पारी में जडेजा ने नाबाद 107 रन बनाए और सुंदर ने भी नाबाद 101 रन की पारी खेली। दोनों के बीच 203 रनों की अटूट साझेदारी हुई। इससे पहले शुभमन गिल ने 103 और केएल राहुल ने 90 रन बनाए, जिससे भारत ने 425/4 रन बनाकर मैच ड्रा करा लिया और सीरीज में 2-1 की स्थिति बरकरार रखी।
गैरी सोबर्स और विलफ्रेड रोड्स के रिकार्ड्स की बराबरी की
जडेजा का योगदान सिर्फ बल्ले से ही नहीं रहा, बल्कि गेंद से भी शानदार रहा। उन्होंने इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे कर लिए हैं और साथ ही 34 विकेट भी लिए हैं। ऐसा कारनामा अब तक केवल गैरी सोबर्स और विलफ्रेड रोड्स ने ही किया था। यानी किसी एक विदेशी देश में 1000 रन और 30 विकेट लेने का कारनामा क्रिकेट जगत में सिर्फ तीन खिलाड़ियों ने किया है।
जडेजा इस लिस्ट के तीसरे खिलाड़ी हैं। जडेजा की यह ऑलराउंड परफॉर्मेंस उन्हें टीम इंडिया का सबसे कीमती खिलाड़ी बनाती है। मैनचेस्टर में उनका यह शतक इंग्लैंड में उनका दूसरा शतक है। पहला उन्होंने 2022 में एजबेस्टन में बनाया था।
यह ऐतिहासिक उपलब्धि न सिर्फ जडेजा की टेस्ट क्रिकेट में तरक्की दिखाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारत के पास कितनी गहराई वाला क्रिकेट टैलेंट मौजूद है।