कबड्डी के बारें में कुछ रोचक तथ्य, हैरान कर देने वाला है भारत का रिकॉर्ड, जानें इसका इतिहास-

देसी खेल के बारें में बात करे तो सबसे पहले ख्याल कबड्डी का मन में आता है। इस खेल की उत्पत्ति भारत में ही मानी जाती है। आज हम कबड्डी से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारें में जानेंगे।

नई दिल्ली: भारत का अगर कोई व्यक्ति देसी खेल के बारें में बात करे तो सबसे पहले ख्याल कबड्डी का मन में आता है। वैसे कबड्डी का नाम भारत में कई जगहों पर अलग-अलग है लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इसे कबड्डी के नाम से ही जाना जाता है।

इस खेल की उत्पत्ति भारत में ही मानी जाती है। आज हम कबड्डी से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारें में जानेंगे। आइये इस बार विस्तार से चर्चा करते हैं। 

आपको बता दें कि कबड्डी की उत्पत्ति आज के ज़माने में नहीं हुई है बल्कि यह महाभारत काल में भी खेली जाती थी। एक किवदंती मशहूर है कि अर्जुन ने श्रीकृष्ण से कबड्डी सीखी थी जिससे वह युद्ध में चक्रव्यूह तोड़ा करते थे।

कबड्डी खेलने का उल्लेख बौद्ध साहित्य में भी मिलता है। कहा जाता है कि गौतम बुद्ध अपने साथियों के साथ कबड्डी खेला करते थे। 

जिस तरह से कबड्डी की उत्त्पति भारत में हुई है इसी तरह से इस खेल में हम भारतीय ही दबदबा बनाये हुए हैं। अभी तक महिलाओं और पुरुषों में जितने भी कबड्डी के वर्ल्ड कप हुए हैं सबमें भारतीय टीम ने जीत हासिल की है। भारत का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस खेल में एकतरफा दबदबा है। 

कबड्डी का विश्वकप 2004 में शुरू हुआ। हालांकि अब तक कबड्डी का विश्व कप केवल 3 बार ही आयोजित हुआ है। पहले 2004, 2007 और फिर 2016 में कबड्डी विश्व कप का आयोजन हो चुका है। तीनों विश्वकप भारत ने जीते हैं।

Kabaddi

आपको बता दें कि कबड्डी ज्यादातर एशियाई देशों में खेली जाती है। लेकिन यह अब यूरोपीय देशों में बहुत पॉपुलर हो रही है। 

जर्मनी में पहली बार आधिरकारिक रूप से खेली गयी कबड्डी 

आंध्र प्रदेश के अमरावती में हनुमान व्यास प्रसार मंडल (एचवीपीएम) नामक एक छोटे से शैक्षणिक संस्थान ने हिटलर शासनकाल के दौरान कबड्डी को बर्लिन में  पहली बार पहुँचाया। यह पहली बार था कि जब कबड्डी पन्नो पर दर्ज की गयी। 1936 में मल्लखंभ और कबड्डी खेलने के लिए संस्थान के एक 35 सदस्यीय दल को जर्मन शहर में आमंत्रित किया गया था।

कबड्डी के बारें में कुछ चौकाने वाले तथ्य 

कबड्डी बांग्लादेश का राष्ट्रीय खेल है। वर्तमान में भारत में प्रो कबड्डी लीग का आयोजन आईपीएल की तर्ज पर किया जाता है। यह आईपीएल के बाद भारत में प्रचलित होने वाली दूसरी सबसे बड़ी लीग है। प्रो कबड्डी लीग की शुरुआत सन्न 2014 में हुई थी। आज यह घर-घर में फेमस है। 

2012 में कबड्डी का पहला महिला वर्ल्ड कप खेला गया जिसे भारतीय महिलाओं ने जीता। 

सन्न 1980 में पहली एशियन कबड्डी चैंपियनशिप खेली गयी। इस चैंपियनशिप में भारत ने बांग्लादेश को हरा कर यह टूर्नामेंट जीता। 

ओलम्पिक में अभी कबड्डी शामिल नहीं हुई है। लेकिन अगर यह कभी शामिल होती है तो भारत का एक पदक तो पक्का होगा। 1970 में कबड्डी को एशियन गेम्स में शामिल किया। अब तक जितने भी एशियन गेम्स हुए है सबमें भारतीय टीम ने पदक जीता है। 

जानकारी हैरानी होगी कि कबड्डी आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और पंजाब का 'राज्य खेल' है। 

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कबड्डी में खेल की अवधि 40 मिनट होती है। बीच में इसमें 5 मिनट का ब्रेक होता है। इसमें दो टीमों में 7-7 खिलाडी होते हैं।