जो भी खिलाडी अपने देश के लिए खेलता है वह अपने देश का हीरो होता है। भारत में क्रिकेटरों को भगवान माना जाता है यहाँ तक कि उन्हें सुपरस्टार का दर्जा दिया जाता है। वहीँ देश में अभी भी युवा आर्मी में काम करने वाले जवानो को ही अपनी प्रेरणा मानते हैं। भारत की तरफ से क्रिकेट खेलने वाले कुछ क्रिकेटर ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने भारतीय आर्मी में भी काम किया है। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।
जिस तरह से हर एक देश में हर खिलाड़ी को राष्ट्रीय गौरव माना जाता है ठीक उसी तरह से हमारे देश में भी खिलाड़ियों को देश की शान माना जाता है। कभी-कभी खेलों में उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारत सरकार उन्हें कुछ मानद उपाधि दे देती है।
भारत में कई ऐसे क्रिकेटर रहे हैं जिन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए भारतीय सेना में पदवी दी गयी है। इसमें सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी का नाम प्रमुख रूप से आता है। वहीँ 3 अन्य ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्हें भारतीय सेना में पदवी मिल चुकी हैं लेकिन इनके बारे में ज्यादा कोई नही जानता है। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।
सचिन तेंदुलकर (ग्रुप कैप्टन)
सबको पता है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को भारतीय वायुसेना में ग्रुप कैप्टन से नवाजा गया है। सचिन तेंदुलकर 100 शतक बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एकमात्र बल्लेबाज होने के कारण क्रिकेट के भगवान के रूप में पहचानते हैं। वह इंटरनेशनल क्रिकेट में 34,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं।
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर 2010 में ग्रुप कैप्टन के पद के साथ भारतीय वायु सेना में शामिल हुए। सचिन तेंदुलकर को राज्य सभा में पद भी दिया गया था।
महेंद्र सिंह धोनी (लेफ्टिनेंट कर्नल)
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भारतीय प्रादेशिक सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक पाए हुए हैं। उन्हें यह रैंक सन्न 2011 में दी गयी थी। वह एक कवालीफाइड पैराट्रूपर भी हैं। 2019 में वनडे विश्व कप के बाद धोनी ने जम्मू-कश्मीर में पैराशूट रेजिमेंट (106 पैरा टीए बटालियन) की टेरिटोरियल आर्मी यूनिट के साथ थोड़े समय के लिए सेना के साथ वक़्त बिताया था।
कपिल देव (लेफ्टिनेंट कर्नल)
भारत को पहला विश्व कप दिलाने वाले कप्तान कपिल देव भारत सेना में लेफ्टिनेट कर्नल के पद से नवाजे जा चुके हैं। 2008 में वह प्रादेशिक सेना में शामिल हुए और बाद में उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से सम्मानित किया गया। कपिल देव मानद अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में शामिल होने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने।
सीके नायडू (कर्नल)
कोट्टारी कनकैया नायडू लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के पहले टेस्ट मैच में प्रतिनिधित्व करने वाले भारत के पहले टेस्ट कप्तान थे। वह अगस्त 1936 तक भारत के लिए खेले। इस दौरान 7 टेस्ट में से पहले चार में भारत की कप्तानी की। उन्होंने एक बल्लेबाज के रूप में 25 की औसत दर से 350 रन बनाए और अपनी ऑफ स्पिन गेंदबाजी से 9 विकेट लिए। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने से पहले ही 1923 में उन्हें होल्कर की सेना में कर्नल के रूप में भी सम्मानित किया जा चुका था। इस तरह से सेना में काम करने वाले वह पहले क्रिकेटर हैं।
यह भी पढ़ें:
कोई है पुलिस कांसटेबल तो कोई है पीटी टीचर, दिलचस्प है लॉन बाउल्स में स्वर्ण पदक जिताने वाली महिलाओं की कहानी
हेमू अधिकारी (लेफ्टिनेंट कर्नल)
हेमू अधिकारी सेना में काम करने के बाद वहां से रिटायरमेंट लेने के बाद भारतीय टीम की तरफ से अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। हेमू अधिकारी 1947 से 1959 तक भारत के लिए क्रिकेट खेले। उन्होंने भारत के लिए कुल 21 टेस्ट खेले और इन मैचों में एक मैच में वह कप्तान भी थे। 31.14 के औसत से उन्होंने 1 शतक की मदद से 872 रन बनाए। उन्होंने लेग स्पिनर के तौर पर भी अपनी गेंदबाजी का परिचय दिया और तीन विकेट लिए। अधिकारी ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सेना में सेवा की और लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में अपने सैन्य करियर से रिटायर हुए तब जाके उवह भारतीय क्रिकेट में शामिल हुए।